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उत्तराखंड के यशस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामीआज केवल एक राज्य के मुखिया नहीं, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति के नए युग का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उनकी ऊर्जा, संकल्प और निर्णय लेने की क्षमता ने उन्हें जनमानस का चहेता बनाया है और भाजपा के भरोसेमंद नेतृत्व में शीर्ष पर स्थापित किया है। 

यह बात अब केवल आंतरिक चर्चा तक सीमित नहीं है — देश की प्रतिष्ठित पत्रिका द्वारा जारी "भारत के 100 सबसे ताकतवर लोगों की सूची" में उन्हें 32वां स्थान प्राप्त हुआ है। गौरतलब है कि बीते वर्ष उनकी रैंक 61वीं थी। यह प्रगति एक साफ संकेत है कि देश उन्हें अब केवल उत्तराखंड के नेता के तौर पर नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय नेतृत्वकर्ता के रूप में देख रहा है।

राष्ट्रीय राजनीति में सशक्त उपस्थिति

लोकसभा चुनाव 2024 से लेकर अन्य राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों और निकाय चुनावों तक, मुख्यमंत्री धामी की मौजूदगी ने भाजपा को मजबूती दी। उन्हें पार्टी की ओर से स्टार प्रचारक की ज़िम्मेदारी दी जाती है, और वे हर बार इस भूमिका में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं। जिन सीटों पर वे प्रचार करते हैं, वहां भाजपा को बेहतर परिणाम मिलते हैं।  

धामी जी का भाषण देने का अंदाज़, मुद्दों पर गहरी समझ और संयमित व्यवहार उन्हें आमजन के बीच एक लोकप्रिय नेता और संगठन के भीतर एक रणनीतिक योद्धा के रूप में स्थापित करता है। 
निर्णायक नेतृत्व: सशक्त कानून और नीतिगत फैसले

धामी सरकार की सबसे बड़ी विशेषता है — तेजी से और साहसिक फैसले लेना।
नकल विरोधी कानून: उत्तराखंड में परीक्षा माफियाओं के खिलाफ सख्त कानून लागू कर उन्होंने युवाओं में विश्वास बहाल किया।  
धर्मांतरण रोकथाम अधिनियम: जबरन धर्मांतरण पर रोक लगाकर उन्होंने धार्मिक पहचान और सामाजिक संतुलन को मजबूत किया।  
समान नागरिक संहिता (UCC): धामी जी के नेतृत्व में उत्तराखंड, देश का पहला राज्य बना जहां UCC विधेयक को विधानसभा में पारित किया गया।

इन सभी ऐतिहासिक निर्णयों ने उन्हें “धाकड़ धामी” की पहचान दिलाई है — एक ऐसा नेता जो जनहित के निर्णयों में कभी पीछे नहीं हटता।

युवाओं के नेता: तकनीक से लेकर रोजगार तक

मुख्यमंत्री धामी सोशल मीडिया के माध्यम से न केवल सरकार की योजनाएं जन-जन तक पहुंचाते हैं, बल्कि युवाओं के साथ सीधा संवाद भी कायम रखते हैं।  

फेसबुक पर 1 करोड़ से अधिक फॉलोअर्स के साथ वे देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों में शामिल हैं। वे युवाओं के लिए रोजगार, स्वरोजगार, स्टार्टअप और कौशल विकास के क्षेत्र में प्रभावशाली योजनाएं चला रहे हैं। यही कारण है कि वे युवा पीढ़ी के बीच एक प्रेरणास्रोत बन चुके हैं।

सांस्कृतिक उत्थान और राष्ट्रीय खेलों में अग्रणी

उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों का सफल आयोजन मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व की एक और मिसाल है। इस आयोजन में उन्होंने पारंपरिक खेल मलखंभ और योग को भी स्थान दिलाया, जो भारत की सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ा हुआ है।  

इस भव्य आयोजन की सराहना स्वयं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने करते हुए कहा, “उत्तराखंड ने देश का दिल जीत लिया है।”

2025 तक अग्रणी राज्य बनाने का संकल्प

मुख्यमंत्री धामी का स्पष्ट लक्ष्य है — 2025 तक उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना। इसके लिए वे चार प्रमुख स्तंभों पर कार्य कर रहे हैं:  
1. रोजगार और स्वरोजगार को प्राथमिकता
2. धार्मिक और साहसिक पर्यटन के माध्यम से आर्थिक विकास  
3. सीमा क्षेत्रों का सशक्तिकरण और स्थायी निवास को बढ़ावा  
4. ई-गवर्नेंस और पारदर्शिता के माध्यम से जनसेवा

राज्य के सीमावर्ती जिलों में नागरिक सत्यापन अभियान, चंपावत और टिहरी जैसे क्षेत्रों में विकास परियोजनाएं, और चारधाम यात्रा को नए स्तर पर ले जाना — यह सब उनके नेतृत्व के विजन को दर्शाता है।